Monday, February 8, 2016

जिंदगी का फलसफा...

ज़िन्दगी का फ़लसफ़ा भी कितना अजीब है, शामें  कटती नहीं, और साल गुज़रते चले जा रहे हैं....!!
एक अजीब सी दौड़ है ये ज़िन्दगी, जीत जाओ तो कई अपने पीछे छूट जाते हैं और हार जाओ तो अपनेही पीछे छोड़ जाते हैं।

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