Thursday, January 28, 2016

सुप्रभात...

सूरज उगता है आपके क़दमों की आहट से, गुलशन में कलियाँ उगती है आपके जागने से, बिस्तर छोड़ के अब उठ भी जाये आप हर सुबह होती है आपके मुस्कुराने से...

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